
मुख्य बिंदु
– किसान अन्नदाता के साथ भाग्यविधाता भी
– मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिले के 1,27,526 किसानों को 25.50 करोड़ रुपए सिंगल क्लिक से किए वितरित
भोपाल/होशंगाबाद: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमारे किसान भाइयों के कठोर परिश्रम का ही परिणाम है की हमारे अन्न के भण्डार भरे हुए हैं। देश किसानों का ऋणी है। किसान सच्चे अर्थों में अन्नदाता के साथ भाग्यविधाता भी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान शनिवार को मिंटो हॉल भोपाल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत प्रदेश के 77 लाख किसान परिवारों को 1540 करोड़ रुपए सिंगल क्लिक से वितरण किया। होशंगाबाद जिले के 1,27,526 किसान परिवारों के खाते में 25.50 करोड़ रुपए की राशि अंतरित की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती को लाभ का धंधा बनाने और किसानों की आय को निरंतर बढ़ाने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा कि किसान भाई चिंता न करें, किसानों के कल्याण में धन की कमी नहीं आने दी जाएगी।

मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत किसानों को राशि वितरण का जिला स्तरीय कार्यक्रम कलेक्टरेट कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विधायक होशंगाबाद डॉ सीतासरन शर्मा, विधायक सोहागपुर विजयपाल सिंह, जनपद अध्यक्ष श्रीमती संगीता सोलंकी , मनोहर बड़ानी , कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम, अपर कलेक्टर जी पी माली एवं हितग्राही किसान बंधु उपस्थित रहे। सभी के द्वारा सीधे प्रसारण के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उद्भोदन को देखा और सुना गया।
विधायक डॉ शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 6 हजार और किसान कल्याण योजना के तहत 4 हजार इस तरह कुल प्रतिवर्ष 10 हजार रुपए की राशि सालाना किसानों के खातों में शासन द्वारा डाली जा रही है, जो खेती को लाभ का धंधा बनाने और किसानों की आय निरंतर बढ़ाने की ओर सार्थक कदम है। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार के प्रयासों से कृषि उन्नति की ओर अग्रसर हैं। विधायक सोहागपुर विजय पाल सिंह ने मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत लाभान्वित किसानों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
जिला स्तरीय कार्यक्रम 5 किसान जिनमें ग्राम जासलपुर के शक्ति सिंह चौहान, अजय सिंह, ओम प्रकाश सिंह एवं ग्राम रायपुर के कंचेदीलाल सैनी और जीवन लाल गौर को प्रतीकात्मक रूप से दो दो हजार रूपए की राशि का वितरण किया गया।