सुपर साइक्लोन अम्फान से पश्चिम बंगाल और ओडिशा प्रभावित हुए हैं. अम्फान ने पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा तबाही मचाई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साइक्लोन अम्फान को देखते हुए आज पश्चिम बंगाल और ओडिशा का दौरा करेंगे. वे हवाई सर्वेक्षण करेंगे और रिव्यू मीटिंग में भाग भी लेंगे, जहां राहत और पुनर्वास पर चर्चा होगी. प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसकी जानकारी दी.
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि अम्फान चक्रवात की वजह से राज्य में अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री ने मृतकों को परिजनों को 2.5 लाख रुपये मुआवजे का एलान किया है. उन्होंने कहा था, ”मैंने ऐसी आपदा पहले कभी नहीं देखी थी. मैं प्रधानमंत्री से राज्य का दौरा करने और स्थिति का जायजा लेने का अनुरोध करती हूं.” दूसरी ओर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा है कि अम्फान साइक्लोन के चलते पश्चिम बंगाल पर आए संकट के वक्त पूरा देश राज्य के साथ खड़ा है. हालात सामान्य करने को लेकर प्रयास जारी हैं.
पश्चिम बंगाल में 5 लाख लोग शेल्टर होम में
एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने गुरुवार दोपहर कहा कि अम्फान कल दिन में ओडिशा में और दोपहर को पश्चिम बंगाल में हिट किया था. पश्चिम बंगाल में नुकसान ज्यादा हुआ है. इसका भी ग्राउंड सर्वे भारत सरकार की टीम द्वारा किया जाएगा. मुख्य सचिव, बंगाल ने अतिरिक्त 4 NDRF की टीमों की मांग की है. अभी उनके पास 21 टीमें हैं. प. बंगाल के प्रमुख सचिव ने बताया कि पांच लाख लोग जो शेल्टर होम में हैं उन्हें अभी भी शेल्टर में ही रहने की हिदायत दी गई है क्योंकि रास्तों में तार, पेड़ गिरे हुए हैं और साथ ही उनके घर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं इसके लिए उनका घर जाना सुरक्षित नहीं है.
ओडिशा में नुकसान कम
एसएन प्रधान ने बताया कि ओडिशा में 2 लाख लोग शेल्टर होम्स में थे इनमें से काफी लोगों ने देर शाम और आज सुबह से लौटना शुरू कर दिया है क्योंकि वहां स्थिति सामान्य हो गई है और वातावरण भी ठीक है. ओडिशा में नुकसान कम हुआ है. 24 से 48 घंटों में ओडिशा के जिलों में जीवन सामान्य हो जाएगा. SDRF फंड का आदान-प्रदान MHA टीम के ग्राउंड सर्वे के बाद निर्धारित किया जाएगा.
अम्फान की वजह से तटीय ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बुधवार को 190 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवा चली और भारी बारिश हुई. पश्चिम बंगाल में कोलकाता व अन्य इलाकों में अम्फान अपनी तबाही के निशान छोड़ गया है.
हर संभव मदद करेगा केंद्र: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि एनडीआरएफ टीमें साइक्लोन से प्रभावित हिस्सों में काम कर रही हैं. उच्च अधिकारी स्थिति पर नजदीक से नजर रखे हुए हैं और पश्चिम बंगाल सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं. प्रभावितों की मदद में कोई कसर बाकी नहीं रखी जाएगी. वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने भी चक्रवात के हालात पर ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के साथ बात की है और केन्द्र की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है.
100 सालों में बंगाल में सबसे भयंकर चक्रवात
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि अम्फान कमजोर होकर सुपर साइक्लोन से साइक्लोन में बदल चुका है और बांग्लादेश की ओर चला गया है. बांग्लादेश में इसके चलते तटीय गांवों बर्बाद हो गए हैं, कई घरों को भारी नुकसान हुआ है और अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. अम्फान ने पश्चिम बंगाल में भारी तबाही की है, जिसमें 12 लोगों की जान गई है. हजारों पेड़ उखड़ चुके हैं, झुग्गियां तबाह हो गई हैं और निचले इलाकों में पानी भरा हुआ है. यह पश्चिम बंगाल में पिछले 100 सालों में सबसे भयंकर चक्रवात रहा.
पहले से तैयारी से जान का नुकसान कम
आईएमडी ने कहा है कि अगले 12 घंटे मेघालय और पश्चिमी असम में 30-40 किमी प्रति घंटे की स्पीड से हवा चल सकती है. असम के पश्चिमी जिलों व मेघालय के ज्यादातर हिस्सों में बारिश हो सकती है. नेशनल क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने गुरुवार को साइक्लोन के असर और रेस्क्यू व रिलीफ कार्यों की समीक्षा की. आईएमडी के सही पूर्वानुमान और एनडीआरएफ टीमों की समय पर तैनाती के चलते जान का नुकसान कम हुआ. पश्चिम बंगाल में प्रभावित हो सकने वाले इलाकों से 5 लाख और ओडिशा में लगभग 2 लाख लोग निकाल लिए गए थे. एनडीआरएफ राहत और रेस्क्यू तेज करने के लिए पश्चिम बंगाल में अतिरिक्त टीमें भेज रहा है.
COVID-19 के बीच हालात ठीक करना चुनौती
इस बीच एनडीआरएफ के चीफ एसएन प्रधान ने कहा है कि एनडीआरएफ के लिए कोविड19 को ध्यान में रखकर हालात ठीक करने का काम करना बड़ी चुनौती है. हमारे कार्मिक सोशल डिस्टेंसिंग व सैनिटाइजेशन प्रोटोकॉल्स का भी ध्यान रख रहे हैं. पश्चिम बंगाल की ओर से सूचना दी गई है कि अम्फान से प्रभावित क्षेत्रों में कृषि, बिजली और टेलिकम्युनिकेशन सुविधाओं को भारी नुकसान हुआ है. ओडिशा ने कहा है कि वहां नुकसान मुख्य रूप से कृषि तक सीमित है.