चंडीगढ़, एजेंसी : पंजाब में भाजपा के एक विधायक की शनिवार को मुक्तसर जिले के मलोट में किसानों के एक समूह द्वारा कथित रूप से पिटाई की गई और उनकी शर्ट फाड़ दी गई। यह जानकारी पुलिस ने दी।
अधिकारियों ने बताया कि जब अबोहर के विधायक अरुण नारंग स्थानीय नेताओं के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने के लिए मलोट पहुंचे तो प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह ने उन्हें घेर लिया और उन पर काली स्याही फेंकी।
पुलिस ने बताया कि कुछ पुलिसकर्मी विधायक और स्थानीय नेताओं को एक दुकान में ले गए लेकिन बाद में जब वे इससे बाहर आए, तो प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर उनकी पिटाई की और नारंग के कपड़े फाड़ दिए।
अधिकारियों ने कहा कि नारंग को बाद में पुलिस ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
पुलिस उपाधीक्षक (मलोट) जसपाल सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारी इस बात पर अड़े थे कि वे भाजपा विधायक को संवाददाता सम्मेलन नहीं करने देंगे। उन्होंने बताया कि इस घटना में एक पुलिस अधिकारी को मामूली चोट लगी है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कथित तौर पर विधायक को फटे कपड़ों में पुलिस द्वारा सुरक्षित स्थान पर ले जाते हुए दिखाया गया है।
बीजेपी विधायक पर हुए हमले पर जानिए क्या बोला अकाली दल
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने भी नारंग पर मलोट में हुए हमले की निंदा करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। बादल ने कहा कि राज्य में अमन शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल को बनाये रखने के लिए सभी को संयम से काम लेना चाहिए । उन्होंने कहा कि पुलिस अपनी ड्यूटी निभाने में नाकाम रही है । राज्य सरकार भी कानून व्यवस्था बनाये रखने में विफल रही है तभी ऐसी घटनायें हो रही हैं। सभ्य समाज में हिंसा का कोई स्थान नहीं । ऐसा कृत्य किसानों के आंदोलन को कमजोर करेगा । हरेक को लोकतंत्र में विरोध करने का अधिकार है लेकिन हर बात मयार्दा से बाहर नहीं होनी चाहिए।
हमले की निंदा कर बोले कांग्रेस नेता- यह व्यवहार अस्वीकार्य
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने बीजेपी विधायक अरुण नारंग पर आज मलोट में हुए हमले की निंदा करते हुए कहा है कि लोकतंत्र में इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य है। उन्होंने आज कहा कि इस तरह की घटनाएं किसान आंदोलन को कमजोर करेंगी। मलोट में घटित घटना को दुभार्ग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर एक व्यक्ति को अपनी बात रखने का मौका दिया जाना चाहिए और सब को देश के प्रत्येक नागरिक के बोलने के अधिकार का सम्मान करना चाहिए । उन्होंने कहा कि इस समय किसान आंदोलन अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सही दिशा में जा रहा था पर इस तरह की घटनाएं किसान आंदोलन के लिए घातक सिद्ध होंगी। उन्होंने सभी किसानों से आग्रह किया कि वे इस तरह की गैर कानूनी कार्रवाई से दूर रहें क्योंकि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।