Home Bhopal मध्य प्रदेश में अब धीरे-धीरे तल्ख होंगे गर्मी के तेवर

मध्य प्रदेश में अब धीरे-धीरे तल्ख होंगे गर्मी के तेवर

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भोपाल। जम्मू काश्मीर में बना पश्चिमी विक्षाेभ समाप्त हो गया है। इस सिस्टम की वजह से दक्षिण-पूर्वी राजस्थान पर बना चक्रवात भी समाप्त हाे गया है। मौसम विशेषज्ञाें के मुताबिक वर्तमान में हवा का रूख पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी हाेने लगा है। इस वजह से साेमवार से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलाें में अब धीरे-धीरे अधिकतम तापमान बढ़ने लगेंगे। हालांकि 27 अप्रैल काे एक पश्चिमी विक्षाेभ फिर उत्तर भारत में दाखिल हाेगा, लेकिन मौसम विज्ञानियाें का कहना है कि इसकी तीव्रता काफी कम है। इस वजह से यह सिस्टम मध्यप्रदेश के मौसम काे विशेष प्रभावित नहीं करेगा। इस वजह से अप्रैल के अंत तक प्रदेश में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।

 

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार काे राजधानी का अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से एक डिग्रीसे. कम रहा। साथ ही शनिवार के अधिकतम तापमान 39.2 डिग्रीसे. के मुकाबले 0.7 डिग्रीसे. कम रहा। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले कुछ दिनाें से जम्मू काश्मीर में एक पश्चिमी विक्षाेभ सक्रिय था। उसके प्रभाव से राजस्थान पर एक चक्रवात बना हुआ था। ये दाेनाें सिस्टम समाप्त हाे गए हैं। इस वजह से अब हवा का रूख पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी हाेने लगा है। इससे साेमवार से अधिकतम तापमान में इजाफा हाेने के आसार हैं।

 

वर्तमान में सक्रिय हैं तीन वेदर सिस्टम

शुुक्ला ने बताया कि वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी मप्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इस सिस्टम से हाेकर झारखंड तक एक द्राेणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इसके अतिरिक्त पूर्वी उत्तरप्रदेश पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। हालांकि इन सिस्टम के कारण नमी नहीं मिलने से मप्र के मौसम पर काेई खास असर नहीं पड़ रहा है। इस वजह से अब तापमान में बढ़ाेतरी हाेने के आसार हैं।