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MP के इंदौर में पाबंदी के बावजूद ताजिए निकाले जाने पर प्रशासन की सख्ती…पूर्व पार्षद उस्मान पटेल सहित 13 लोग गिरफ्तार

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कोरोनाकाल में प्रतिबंध के बावजूद खजराना के बड़ला इलाके में ताजिए निकालने के मामले में पुलिस 7 प्रकरण दर्ज कर लिए हैं। मामले में सोमवार को पूर्व पार्षद उस्मान पटेल, अंसार पटेल, स्माइल पटेल, मोहम्मद अली अहमद सहित 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। कलेक्टर ने एसडीएम को नोटिस जारी किया और डीआईजी से हरकत करने वालों पर रासुका की कार्रवाई के लिए कहा है। दोषियों पर कार्रवाई को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने भी डीआईजी को ज्ञापन सौंपा। डीआईजी ने कहा कि खजराना में जो कानून का उल्लंघन हुआ, उस मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए केस केस दर्ज किए गए हैं। टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया है। वीडियो के आधार पर लोगों काे चिन्हित किया जा रहा है।

खजराना के बड़ला इलाके में ताजिया निकालने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए।

पुलिस के अनुसार खजराना में मनाही के बाद मन्नत के तीन ताजिए निकाले गए थे। इन पर रासुका की कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं। इसमें ताजिए बनाने वाले के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है, क्योंकि इन्होंने तय तीन फीट ऊंचाई का पालन नहीं किया। टीआई की गलती को लेकर कहा कि उन्हें सभी ताजियों पर फोर्स लगाकर उन्हें अपनी जगह से उठने ही नहीं देना था। खूफिया तंत्र को एक्टिव रखना था। थाने पर एएसपी, सीएसपी सहित तमाम बल मौजूद था। जिस समय यह हुआ उस समय थाने पर ताजिए वालों के साथ बैठक ही चल रही थी।

कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि शांति समिति की बैठक में खजराना से भी सभी धर्मों के धर्म गुरु, जनप्रतिनिधि मौजूद थे। बैठक में स्पष्ट रूप से तय किया गया था कि कोई ताजिया या जुलूस नहीं निकलेगा। यह भी निर्णय हुआ था कि ताजिए छोटे होंगे और घर पर ही रखे जाएंगे। पुलिस-प्रशासन, नगर निगम, पंचायत की बैठक में सभी अधिकारियों को कहा गया था कि शांति समिति में जो निर्णय हुआ है उसका कड़ाई से पालन करवाना है।

विश्व हिंदू परिसर ने डीआईजी को ज्ञापन देकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

कलेक्टर ने कहा कि इसमें दोनों तरफ से गलती हुई है। मैंने डीआईजी से कहा है कि जिन्होंने यह हरकत की है, उनको पकड़कर रासुका के तहत कार्रवाई की जाए। जिन लोगों ने ताजिया निकलने को लेकर सोशल मीडिया पर गलत मैसेज चलाया, उन्हें भी साइबर पुलिस की मदद से पकड़कर रासुका की कार्रवाई करें। जिन्होंने भी यह हरकत की है, उन पर सख्त कार्रवाई होगी। मामले में टीआई और एसडीएम की भी गलती है। टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया है, जबकि एसडीएम को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। एसडीएम, सीएसपी और टीआई तीनों की ही लापरवाही है, इनके खिलाफ शासन को भी लिखेंगे। ताजिया बढ़ा था तो सख्ती से निपटना था।

यह है मामला

कोरोनाकाल में प्रतिबंध के बाद भी शहर में रविवार को ताजिए निकालने की घटना सामने आई थी। इंदौर में खजराना के बड़ला इलाके में बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए लोग पांच ताजिए लेकर मैदान में आ गए, जिसके बाद वहां सोशल डिस्टेंसिंग टूट गई। सूचना मिलने पर पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों को समझाकर ताजिए वापस रखवाए। एएसपी राजेश रघुवंशी के अनुसार, घटना रविवार दोपहर को बड़ला में हुई है। चार दिन से लगातार समुदाय के लोगों को समझाया जा रहा था कि कोविडकाल में कोई भी भीड़ इकट्ठी नहीं होने देना है। ताजिए अपने स्थान पर रखे रहेंगे। उन्हें बाहर नहीं निकाला जाएगा।