झाबुआ। राकेश पोद्दार। मप्र शासकीय शिक्षक संगठन के प्रांताध्यक्ष राकेश दुबे के निर्देश पर जिला इकाई द्वारा जिलाध्यक्ष संजय सिकरवार के नेतृत्व में 23 अगस्त, मंगलवार शाम को प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम एवं जिला स्तरीय समस्या को लेकर कलेक्टर सोमेश मिश्रा को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें प्राचार्य के प्रभार बदलने एवं सातवे वेतनमान की तृतीय किश्त का भुगतान संबंधी मांग के साथ राज्य षिक्षा सेवा मंें नियुक्त हुए संवर्ग की समस्याओं के निराकरण की भी माग प्रमुख रूप से रखी गई।
कलेक्टर के नाम सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि जिले में प्राचार्य एवं संकुल प्राचार्य का प्रभार शासन के निर्देषानुसार वरिष्ठता क्रम में दिए जाने के आदेश है, परन्तु वर्तमान में वरिष्ठ के होते हुए भी कनिष्ठ को प्रभार अर्थात अंतरवेलिया, झायड़ा, कुंदनपुर में दिया गया है, जो न्यायौचित नहंी है। ज्ञापन में वरिष्ठ को प्रभार दिए जाने की मांग रखी गई। साथ ही सातवे वेतनमान की तृतीय किश्त एवं शेष पूर्व की ऑफलाईन किश्त इंक्रीमेंट स्वत्वों का अविलंब भुगतान करने हेतु भी अनुरोध किया गया।
राज्य स्तरीय 6 सूत्रीय मांगे रखी
इसी प्रकार प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में 6 सूत्रीय मांग में प्रमुख रूप से अध्यापक संवर्ग एवं राज्य शिक्षा सेवा में नियुक्त प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों की सेवा अवधि की गणना सभी स्वत्वों हेतु प्रथम नियुक्ति दिनांक से की जाने, वर्ष 2006 और उसके बाद संविदा शाला शिक्षक के रूप में नियुक्त ऐसे कर्मचारी, जो 12 वर्ष पूर्ण कर चुके है, उनकी प्रथम क्रमोन्नित एवं वर्ष 1998 में नियुक्त अध्यापक संवर्ग के कर्मचारियों की द्वितीय क्रमोन्नित शीघ्र दी जाने, अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरण बिना शर्त 30 दिन में निराकृत होने के प्रावधन बनाए जाने, मप्र में पुरानी पेंशन योजना पुनः बहाल कर अध्यापक संवर्ग को भी उसका लाभ दिया जाने, ग्रेजुयेटी की सुविधा का भी पूर्ण लाभ प्रदान किया जाने, एरियर्स सहित अन्य लाभोें को भी तत्काल प्रदाय किया जाने आदि मांगे रखी गई।
यह रहे मौजूद
ज्ञापन सौंपते समय मप्र शासकीय शिक्षक संगठन से जुड़े पदाधिकारियों में गोपाल राठौर, माधव सिंह, संजय डामोर, महेन्द्र कछावा, अशोक बुधवन्त, कलसिंह मेड़ा, नटवरसिंह डामोर, भूपेश व्यास, अशोक यादव, बाबुलाल मचार, भगतसिंह डामोर आदि उपस्थित थे।