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मानसून की सक्रियता बढ़ी…पूर्वी व पश्चिमी मध्यप्रदेश में अच्छी वर्षा के आसार, कई स्थानों पर भारी वर्षा

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प्रदेश में मानसून की सक्रियता एक बार फिर बढ़ गई है। बीते चौबीस घंटों के दौरान प्रदेद्गा के शहडोल संभाग के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, जबलपुर एवं ग्वालियर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर, भोपाल, सागर, इंदौर, उज्जैन एवं चंबल संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर तथा होशंगाबाद एवं रीवा संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हुई।

 

मौसम विज्ञानियों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में अवदाब का क्षेत्र बन गया है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और उससे लगे गुजरात पर एक कम दबाव का क्षेत्र मौजूद है। मानसून ट्रफ शाजापुर, सिवनी से होकर गुजर रहा है। एक अन्य ट्रफ अरब सागर से मध्यप्रदेश से होकर जा रहा है।

 

मध्यप्रदेश सहित देश के अन्य स्थानों पर बने कई प्रकार के सिस्टम के प्रभाव से राज्य भर में अच्छी बारिश के आसार हैं। मंगलवार से पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश होने के आसार हैं।

 

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इन चार वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से आज पूर्वी मप्र समेत अनेक इलाकों में बारिश का सिलसिला शुरू होगा। गुजरात के दक्षिण हिस्से से प्रदेश के खंडवा से गुजर रहे ट्रफ लाइन और नार्थ कोष्ठ उड़ीसा में बने निम्न दबाव के कारण मध्यप्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी दोनों हिस्सें में अच्छी बारिश की संभावना है। कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।

 

मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटो में प्रदेश के सीहोर, राजगढ़, कटनी, जबलपुर, बैतूल, आलीराजपुर समेत 22 जिलों में भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा जबलपुर, शहडोल, सागर, रीवा, भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, उज्‍जैन, ग्‍वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना भी व्‍यक्‍त की गई है। राजधानी भोपाल में भी गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार 15-16 सितंबर तक बारिश की गतिविधियों में और इजाफा हो सकता है!

 

इन जिलों में हो सकती है भारी बारिश

सीहोर, राजगढ, बैतूल, आलीराजपुर, रतलाम, उज्जैन, देवास, नीमच, मंदसौर, सिंगरौली, सीधी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाडा, सिवनी, बालाघाट एवं मंडला!

 

चार सिस्टम सक्रिय

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में अवदाब का क्षेत्र बन गया है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और उससे लगे गुजरात पर एक कम दबाव का क्षेत्र मौजूद है। मानसून ट्रफ राजस्थान पर बने सिस्टम से शाजापुर, सिवनी, पेंड्रा रोड, संबलपुर से लेकर बंगाल की खाड़ी में बने अवदाब के क्षेत्र तक बना है। अरब सागर से गुजरात, पूर्वी राजस्थान, मप्र, छत्तीसगढ़, ओडीशा से बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। इन चार सिस्टम के सक्रिय रहने से प्रदेश में एक सप्ताह तक बारिश का सिलसिला बना रहने की संभावना है।