Highlights
- डिक्की करेगा हैंड होल्डिंग, एमएसएमई और सीआईएई के विशेषज्ञ देंगे सहयोग
- मप्र एग्री बिजनेस के क्षेत्र में संभावनाओं पर वेबिनार
भोपाल। मध्यप्रदेश में फूड इंडस्ट्री और एग्रो बिजनेस के सेक्टर में युवाओं के लिए अनेक अवसर उपलब्ध हैं। केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर युवा छोटे-छोटे बिजनेस से लेकर बड़ी इकाईयां स्थापित कर इन क्षेत्रों में अपना कॅरियर बना सकते हैं। ऐसे आकांक्षी युवाओं को एमएसएमई विकास संस्थान योजनाओं के लिए मार्गदर्शन और सीआईएई तकनीकी सहायता उपलब्ध करा सकता है। दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (डिक्की) हैंड-होल्डिंग सपोर्ट देगा।
एग्री बिजनेस और फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में युवाओं के लिए उपलब्ध संभावनाओं पर आधारित वेबिनार में यह जानकारी दी गई। एमएसएमई विकास संस्थान इंदौर, केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान (सीआईएई) भोपाल और डिक्की द्वारा आयोजित वेबिनार में प्रदेश के युवा उद्यमियों, युवाओं और कॉलेज विद्यार्थियों ने भाग लिया। एमएसएमई डीआइ के प्रभारी निदेशक डीसी साहू ने इस क्षेत्रों में मौजूद केन्द्रीय योजनाओं की विस्तार से जानकारी युवाओं को दी। डिक्की के अध्यक्ष डॉ. अनिल सिरवैयां ने कहा कि डिक्की के बिजनेस फेसिलिटेशन सेंटर से ऐसे सभी आकांक्षी युवाओं को प्रारंभ से लेकर इकाई की स्थापना और संचालन में पूरा हैंड सपोर्ट दिया जाएगा। सीआईएई के मुख्य प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. केवीआर राव ने संस्थान द्वारा विकसित की गई कम लागत और अधिक उपयोग के कृषि उपकरणों और कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना में स्व-रोजगार की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि सीआईएई के इन्क्यूबेशन सेंटर में आकर युवा अनेक तरह की सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत कई तरह की इकाईयां स्थापित की जा सकती हैं। ड्राय वेजीटेबल, मोबाइल कूल चैंबर, स्मॉल कम्पोसाइट यूनिट, फ्रूट पलपिंग, मोबाइल एग्रो प्रोसेसिंग यूनिट, मॉडर्न दाल मिल जैसे आईडिया और यूनिट की स्थापना पर विस्तार से जानकारी दी। एमएमएमई के सहायक निदेशक गौरव गोयल ने प्रतिभागियों के सवालों के जवाब दिए।