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मप्र के कृषि मंत्री कमल पटेल ने शुरू किया ‘खेत पर चर्चा’ अभियान, कृषि बिल के फायदे बताए

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हरदा. कृषि मंत्री कमल पटेल (Kamal patel) ने किसानों को कृषि बिल के फायदे बताने के लिए खेत पर चर्चा अभियान शुरू किया है.इसकी शुरुआत हरदा जिले के ग्राम कनारदा से की. गांव में कृषि मंत्री ने किसानों (Farmers) को कृषि विधेयक के फायदे बताये और किसानो से पीएम मोदी और कृषि बिल का समर्थन करने की अपील की.

देश में कृषि बिल को लेकर किसान आंदोलन चल रहा है. ऐसे माहौल में देश के दिल मप्र से कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसानों के बीच जाने के लिए खेत पर चर्चा नाम से एक अभियान शुरू किया है. अभियान के अंतर्गत मंत्री कमल पटेल प्रदेश के सभी जिलों में किसानों के बीच जाकर उन्हें कृषि कानून के फायदे बताएंगे. हरदा जिले से शुरू हुए इस अभियान में मंत्री पटेल ने किसानों से सीधे बात की. उन्होंने किसानों को बताया कि कृषि बिल किसानों के पक्ष में है. पटेल ने कृषि बिल के तीन बड़े फायदे बताये.किसानों को उनकी उपज का सही और ज्यादा दाम मिलेगा. यह विधेयक किसान की दिशा और दशा बदलेगा. कृषि बिल आने से बिचौलिये हटेंगे. जो लोग किसानों को बरगलाकर विरोध करवा रहे है उन्हें उनकी रोजी रोटी बंद होने का डर सत्ता रहा है.

कृषि बिल के तीन बड़े फायदे
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा पीएम मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का संकल्प लिया है इसलिए बिल में संशोधन किया है. कृषक उत्पाद व्यापार अधिनियम 2020, किसान उत्पाद करार अधिनियम और स्टॉक में छूट यह तीन बड़े फायदे हैं. किसान उत्पाद करार से फसल पैदा होने के पहले ही एग्रीमेंट के जरिये फसल बिक सकेगी. उत्पादन ज्यादा होने से स्टॉक में छूट दी गयी है. किसान लाभ की खेती करेगा. किसान का एक बेटा खेती करेगा,दूसरा व्यापर या उद्योग लगाएगा. तीसरा बेटा एफपीओ किसान उत्पादक समूह बनाकर निर्यात करेगा.
 

फायदे जानकर किसानों ने समर्थन में उठाये हाथ
जिले के ग्राम कनारदा में खेत पर चर्चा अभियान के दौरान किसानों ने कृषि बिल के फायदे जानकर खुले दिल से समर्थन किया. कृषि मंत्री कमल पटेल की मौजूदगी में किसानों ने कृषि कानून के पक्ष में दोनों हाथ उठाकर पीएम मोदी और कृषि कानून को समर्थन दिया.  कमल पटेल ने किसानों से अपील की, किसान आगे आएं और समर्थन करें. मोबाइल के युग में कहि भी बैठकर वे सोशल मीडिया के माध्यम व्हाहट्सअप, फेसबुक और टवीटर के माध्यम से अपना समर्थन दें.