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Human Trafficking Case: राजस्थान में बेची जाती हैं एमपी की महिलाएं, लाखों में होता है सौदा, पढ़िए इस ख़बर मैं

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जबलपुर. जबलपुर पुलिस के कान उस वक्त खड़े हो गए जब दो महिलाओं ने मानव तस्करी और रेप का केस दर्ज कराया. इन महिलाओं को राजस्थान में ज्यादा मजदूरी मिलने का झांसा देकर बेचा गया था. आरोपी ले तो 3 महिलाओं को गए थे, एक का सौदा हो गया था, जबकि दूसरी महिला सांवले रंग की वजह से बच गई. तीसरी महिला की फिलहाल तलाश की जा रही है.

पीड़ित महिलाओं में एक खरीदार को झांसे में लेकर जबलपुर पहुंच गई. उसने मदनमहल थाने में रेप व मानव तस्करी सहित विभिन्न धाराओं में तो दूसरी ने ग्वारीघाट में मानव तस्करी का केस दर्ज कराया है. पुलिस ने मामले में एक होटल मैनेजर सहित दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि जिले के छोटी लाइन फाटक बासू होटल स्थित है. इसका मैनेजर अनिल बर्मन और उसकी पत्नी ज्योति कोटा के मानव तस्कर से मिलकर यह धंधा कर रहे थे. उनके साथ एक अन्य महिला संतोषी बैरागी भी है. आरोपी तीन महिलाओं को कोटा ले गए थे. एक को 2.80 लाख रुपए और दूसरी को 70 हजार रुपए में बेचा. 23 वर्षीय विवाहित युवती अपने सांवले रंग की वजह से बिकने से बच गई.

मारपीट की वजह से 3 साल पहले छोड़ दिया था पति को

पीड़ित महिला ने पुलिस को जानकारी दी कि वह मऊगंज रीवा की है. जबलपुर में वह भूकंप कॉलोनी में रहती है और बासू होटल में रोटी बनाने का काम करती थी. उसकी शादी 15 साल पहले हुई थी, लेकिन महिला ने शादी के तीन वर्ष बाद ही पति को छोड़ दिया था. उसका एक 12 साल का बेटा है. होटल में उसे मजदूरी के तौर पर 200 रुपए मिलते थे.

 

इस तरह हुई सौदेबाजी की शुरुआत

पीड़िता के मुताबिक बासू होटल के मैनेजर अनिल बर्मन और उसकी पत्नी ज्योति पिछले साल उससे कहा था कि कि कब तक 200 रुपए में काम करोगी. कोटा चलो वहां अच्छा पैसा मिलेगा. 20 जनवरी 2021 को ज्योति ने उससे कहा कि वह अपने बेटे को अपनी मां के पास भिजवा दे, जब कोटा में तुम्हारा काम सेट हो जाएगा तो बुला लेना. महिला ने रिश्तेदार अमर कुशवाहा के साथ बेटे को मऊगंज रीवा भिजवा दिया और 25 जनवरी को अनिल की पत्नी ज्योति ने उसे जबलपुर के तीन पत्ती चौराहे पर बुलाया और अपने घर ले गई. 26 को ज्योति उसे कोटा ले गई. वहां अनिल बर्मन और ग्वारीघाट निवासी शालिनी जैन (23), परसवाड़ा निवासी संतोषी मराठा मिली.

 

यहां हुआ पीड़िता का सौदा

पीड़ित महिला ने बताया कि कोटा से उसे बूंदी निवासी सुरेश सिंह ठाकुर के घर ले जाया गया. यहां बलशाखा राजस्थान निवासी जमुना शंकर ने उसे देखा. उस वक्त उसे शक हुआ कि उसका सौदा किया जा रहा है. उसे जमुना शंकर ने 2.80 लाख रुपए में खरीद लिया. रुपया उसने सुरेश ठाकुर को दिया. अपना कमीशन काटने के बाद सुरेश ने शेष रकम अनिल, संतोषी मराठा, ज्योति बर्मन को दे दी.

 

आरोपियों ने दी बेटे को मार देने की धमकी

पीड़िता के मुताबिक जब वह गिड़गिड़ाई तो आरोपियों ने धमकी दी कि जान से मार देंगे, किसी को पता भी नहीं चलेगा. उसके 12 साल के बेटे को भी मारने की धमकी दी. डर और मजबूरी में वह जमुना शंकर के साथ बलशाखा गांव चली गई. पीड़िता के मुताबिक जमुना शंकर के साथ बलशाखा में वह 40 दिन रही. वह पूरे घर का काम कराता था. उसे घर के बाहर जाने की मनाही थी. जमुना शंकर घर में ताला लगाकर ही बाहर जाता था. हर रात उसके साथ रेप होता था.

 

महिला ने इस तरह लिया खरीदार को झांसे में

वह घर उसके लिए खुली जेल थी, जिसमें उसे घर के अंदर ही घूमने की आजादी थी. इसके चलते वह तनाव में आ गई. उसने खाना-पीना छोड़ दिया. उसने जमुना शंकर को विश्वास में लिया. बोली कि एक बार बेटे के पास भेज दो. बेटे से मिलकर उसे भी अपने साथ लेकर लौट आऊंगी. जमुना शंकर ने छह मार्च को उसे कोटा ट्रेन में बैठाया. यहां सात मार्च को वह पहुंची.

 

दूसरी महिला के पति को पीड़िता ने सुनाई पूरी कहानी

पीड़िता ने पुलिस को बताया कि कोटा में ही शालिनी जैन ने अपने पति का मोबाइल नंबर दिया था. जबलपुर पहुंच कर पीड़िता संजय जैन के घर पहुंची. वहां उसने आपबीती सुनाई. पीड़िता ने ये भी बताया कि आरोपी उसकी पत्नी शालिनी जैन को भी बेचने कोटा ले गए हैं. उसके सांवले रंग के चलते उसका सौदा नहीं हो पाया. शालिनी की नानी का घर खारीघाट में है. परसवाड़ा भूकंप कॉलोनी निवासी संतोषी मराठा शालिनी को कोटा में मजदूरी दिलाने का झांसा लेकर 22 जनवरी को ले गई थी. शालिनी ने नानी सोनाबाई से झूठ बोला था कि वह कपड़े लेने जा रही है. इसके बाद वापस नहीं लौटी। 28 जनवरी को सोनाबाई ने उसकी गुमशुदगी ग्वारीघाट में दर्ज कराई थी. 11 मार्च को शालिनी जैन का भी पता चला, तब उसने आपबीती सुनाई.

 

शालिनी ने बताया- ज्योति को भी 70 हजार में बेचा गया

इधर, शालिनी ने भी पुलिस को बताया कि आरोपियों ने 70 हजार में किसी ज्योति का भी सौदा किया है. उसे भी सुरेश सिंह ठाकुर के माध्यम से ही बेचा गया है. ज्योति की तलाश जारी है. शालिनी अपने सांवले रंग की वजह से बच गई. शालिनी के बयान पर ग्वारीघाट पुलिस ने अनिल बर्मन (28), उसकी पत्नी ज्योति बर्मन, परसवाड़ा संजीवनी नगर निवासी संतोषी बैरागी और बूंदी कोटा राजस्थान निवासी सुरेश सिंह ठाकुर व अन्य के खिलाफ 370, 370 क, (2) 511, 34 का प्रकरण दर्ज किया है. वहीं 31 वर्षीय दूसरी पीड़िता ने मदनमहल थाने में अनिल बर्मन, उसकी पत्नी ज्योति बर्मन, संतोषी मराठा, कोटा बूंदी निवासी सुरेश सिंह ठाकुर और 2.80 लाख रुपए में उसे खरीदने वाले जमुना शंकर के खिलाफ धारा 342, 370, 376, 376 (2) (N) 114, 109 120बी 506, 34 भादवि का प्रकरण दर्ज कराया है.