क्या भाजपा को अपने संगठन पर भरोसा नहीं और ना ही प्रत्याशी पर इसलिए शायद
कौन किसके कान खिंचेगा और कब?
झाबुआ। राकेश पोद्दार। यू कहे तो भाजपा को पन्ना प्रमुख तक की रचना करने वाले पार्टी कहा जाता है। जिसे अपने संगठन और अपने कैडर बस कार्यकर्ताओं को पूर्ण विश्वास होता है। अगर कोई सेठ या समाजसेवी चुनाव में जीत दिला सकते हैं तो फिर पन्ना प्रमुख तक के रचना का क्या मतलब रहता है। या फिर यूं कहें कि झाबुआ नगर मंडल द्वारा इस तरह की रचना केवल कागजों तक ही सीमित बन कर रह गयी है। ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा संगठन सुन्न हो चुका है क्या ?
बाजारों में चर्चाओं का माहौल गर्म है
बाजारो मे चर्चाओ को दौर यू ही चल रहा है वही आमजन मे यह बाते सामने आ रही है कि संगठन मे इतने मजबूत लोगो के होने के बाद भी झाबुआ नगर पालिका के वार्ड प्रत्याशियो की कमान चून्नु भैया के हाथो मे देना पड रही है। वही लोगो मे आम चर्चा को यह भी बना हुआ है और साथ ही यह भी बाते सामने आ रही है कि झाबुआ की जनता बिकाऊ नही है जो कोई भी उन्हें खरीद लेगा। आपको बता दें कि पिछले चुनाव में वार्ड क्रमांक 18 में प्रत्याशी के लिए चुन्नू शर्मा लगे हुए थे और यह माना जा रहा था कि गरीब बस्ती के वोटरो को किसी भी तरह से हासिल कर लेंगे लेकिन हुआ उसका उल्टा जनता प्रलोभन में नही आयी और भाजपा को मुंह की खानी पड़ी थी।
30 को हो जाएगा खुलासा
अब देखना यह है कि इस बार भी ऐसे प्रलोभन पिछले परिणाम की पुनरावृति तो नहीं कर देगा या जनता इसके चक्कर मे पड़कर अपने को ठगा हुआ साबित कर देंगी। खैर ज्यादा समय नही बचा है इसका जवाब सभी को परिणाम आने के बाद मिल ही जायेगा।
’’कौन किसके कान खिंचेगा और कब
चर्चाए यह भी है कि जिन जीतने वाले प्रत्याशियों को सर्वे कर पार्टी ने टिकट दी है उनको जिताने की जिम्मेदारी भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आखिर चुन्नू शर्मा को क्यों दी। क्या दो चार वार्डाे के प्रत्याशियों ने अपने वार्ड के लिए चुन्नू शर्मा से आग्रह किया था। मंच से उन्होंने कहा मेरे कान में दो.चार वार्डाे के प्रत्याशियों ने कहा कि यदि चुन्नू भैया का साथ होगा तो हम जरूर जीत जायेंगे। तो इस पर उन्होंने कहा कि चुन्नू भाई 18 के 18 वार्ड में भाजपा की जीत होनी चाहिए एक भी वार्ड कम हुआ तो मै आपका कान पकडूँगा ध्यान रखना। अब देखना यह है कौन किसके कान खिंचेगा और कब?
ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा संगठन सुन्न हो चुका है क्या?