मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भोपाल में केन्द्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) ने बीएसएनल (BSNL) में गड़बड़ी मामले में अपनी जांच शुरू कर दी है. इसके तहत बीएसएनएल के सस्पेंड अकाउंट आफिसर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. एमपी सर्किल में तैनात ओंकार प्रसाद पर वेंडरों के बिल पास कराने के लिए रिश्वत लेने के आरोप हैं. विजलेंस टीम को ओंकार के बेटे के बैंक खाते में 14 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन मिले हैं. सीबीआई ने पिता के साथ बेटे को भी आरोपी बनाया है. इसके अलावा एमपी में किसानों की ट्रॉली पर कार्रवाई करने वाले कृषि विभाग के एक अफसर के खिलाफ भी राज्य सरकार ने कार्रवाई की है.
सीबीआई ने बीएसएनएल के सस्पेंड अकाउंट आफिसर के खिलाफ केस दर्ज किया. अकाउंटेंट पर वेंडरों के बिल पास कराने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है. सीबीआई ने जांच के दौरान आरोपी के अकाउंटेंट के बेटे को भी आरोपी बनाया है. आरोप है कि रिश्वत की राशि अपने बेटे के अकाउंट में ट्रांसफर कराई. विजिलेंस की टीम को अकाउंटेंट के आरोपी बेटे के अकाउंट डिटेल में इसके सबूत भी मिले हैं.
गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद बीएसएनएल ने एमपी सर्किल में तैनात ओंकार प्रसाद पाल सस्पेंड कर दिया था. बीएसएनएल के एजीएम विभूति श्रीवास्तव की अगुवाई में जांच समित गठित की गई थी. कमेटी ने ओंकार प्रसाद पाल के जरिए पास किए गए दिल की जांच पड़ताल की। इस केस से जुड़े सभी दस्तावेजों को देखा। बीएसएनएल की जांच कमेटी को कई ऐसे सबूत मिले जिसमें मामला ओंकार प्रसाद पाल के खिलाफ जा रहा था। यही कारण रहा कि सबसे पहले उन्हें सस्पेंड करने का काम किया गया. बेटे को भी बनाया आरोपी.