उपाध्यक्ष पद पर भाजपा से लाखनसिंह सोलंकी निर्विरोध निर्वाचित हुए जीत के बाद भाजपा ने निकाला विजयी जुलूस भाजपा जिलाध्यक्ष नायक और पूर्व नपा अध्यक्ष धनसिंह बारिया में जमकर हुई तू-तू, मैं-मैं
झाबुआ। राकेश पोद्दार। नगरपालिका परिषद् झाबुआ के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष की निर्वाचन प्रक्रिया 16 अक्टूबर, रविवार दोपहर 11 बजे से कलेक्टोरेट कार्यालय मंें आरंभ हुई।
जिसमें सर्वप्रथम अध्यक्ष पद को लेकर चुनाव प्रक्रिया चली। जिसमें भाजपा से एन-वक्त पर भी 3 प्रबल दावेदार के रूप में श्रीमती बसंती बारिया, पर्वत मकवाना एवं श्रीमती कविता सिंगार डटे रहने से भाजपा ने प्रदेष संगठन से नाम तय होने के बाद चिट्टी पद्धति से नाम निर्वाचन स्थल तक पहुंचाकर पार्टी से अधिकृत प्रत्याषी के रूप में एन-वक्त पर श्रीमती कविता सिंगार के नाम पर मोहर लगाई और उनसे भाजपा से फार्म भरवाया। इस बीच पार्टी से टिकीट नहंी मिलने से नाराज श्रीमती बसंती धनसिंह बारिया ने अध्यक्ष पद के लिए निर्दलीय फार्म जमा कर दिया। वहीं कांग्रेस से धुमा डामोर ने नामांफान फार्म दाखिल किया। त्रि-कोणीय मुकाबले में आखिरकार भाजपा की अधिकृत प्रत्याषी श्रीमती कविता सिंगार सर्वाधिक 9 मतो से विजयी घोषित हुई।
इसी प्रकार उपाध्यक्ष पद में एक तरफा भाजपा से अधिकृत प्रत्याषी लाखनसिंह सोलंकी विजेता घोषित हुए। उनके सामने कांग्रेस से विनय भाबोर ने नामांकान फार्म जमा किया था, लेकिन वापसी के दौरान उन्होंने फार्म खींच लिया। इस प्रकार लाखनसिंह सोलंकी निर्विरोध निर्वाचित हो गए। जीत के बाद विजेता प्रत्याषियों को कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती रजनी सिंह ने प्रमाण-पत्र प्रदान किए। पश्चात् विजेता अध्यक्ष श्रीमती कविता सिंगार एवं उपाध्यक्ष लाखनसिंह सोलंकी के साथ भाजपा द्वारा विजयी जुलूस निकाला गया।
अध्यक्ष पद में किसे कितने मिले मत
पहले संपन्न हुई नगरपालिका अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया में त्रि-कोण्ेाीय मुकाबले में भाजपा की अधिकृत प्रत्याषी श्रीमती कविता सिंगार को कुल 9 मत प्राप्त हुए। उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस से धुमा डामोर को 4 एवं भाजपा से बागी निर्दलीय प्रत्याषी श्रीमती बसंती बारिया को 5 मत मिले। इस प्रकार सर्वाधित 9 मत भाजपा प्रत्याषी श्रीमती सिंगार को मिलने से वह नपा अध्यक्ष पद पर काबिज हुई। यहां यदि मतों की बात की जाए, तो कांग्रेस एन-वक्त पर भाजपा से बागी होकर प्रबल निर्दलीय उम्मीद्वार खड़े होने से इसका पूरा फायदा उठा सकती थी, लेकिन स्थिति तो यह रहीं कि भाजपा पार्षदों के तो कोई वोट नहीं टूटे, अपितु अंदरूनी रूप से कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों ने टूटकर निर्दलीय प्रत्याषी श्रीमती बारिया के पक्ष में मतदान करने की जानकारी मिली। यहां श्रीमती कविता सिंगार को जीताने में भाजपा के सफल रणनीतिकार के रूप में भाजपा के जिला प्रभारी हरिनारायण यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक, भाजपा जिला महामंत्री सोमसिंह सोलंकी, वरिष्ठ भाजपा नेता दौलत भावसार एवं ओमप्रकाष शर्मा, शहर चुनाव प्रभारी प्रवीण सुराना, भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष अजय पोरवाल, विषेषकर अंदरूनी तौर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष भानू भूरिया, भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राजवाड़ा मित्र मंडल से जुड़े संरक्षक बृजेन्द्र चून्नू शर्मा की गठजोड़ काफी काम आई। जिसके चलते भाजपा का एक भी पार्षद पार्टी के खिलाफ नहंी जाते हुए सभी ने भजापा के पक्ष में मतदान किया। आतिशबाजी और नारेबाजी के साथ मनाई खुषियां
अध्यक्ष पद पर श्रीमती कविता शैलेन्द्र सिंगार की ताजपोषी होने के बाद कलेक्टोरेट के बाहर ही युवा भाजपा नेता शैलेष बिट्ट सिंगार का उनके मित्र मंडल में नजदीकी से जुड़े युवा अभिभाषक दिलीप कुषवाह के नेतृत्व में समस्त डीआरपी लाईन युवाओं की टीम ने उन्हें गोद में उठाकर पुष्पमालाओं से जोरदार स्वागत किया। बाद युवा भाजपा नेता शैलेष बिट्टू सिंगार ने वरिष्ठ भाजपा नेताओं का आषीर्वाद भी लिया। कलेक्टोरेट के बाहर सभी भाजपाईयों ने आतिष्बाजी कर जमकर खुषियां मनाई।
इसके बाद शुरू हुई उपाध्यक्ष पद की नामांकन फार्म की प्रक्रिया में भी भाजपा ने तीन प्रबल दावेदारों में लाखनसिंह सोलंकी, विजय चौहान एवं पं. महेन्द्रकुमार तिवारी में से चिट्टी के माध्यम से एन-वक्त पर लाखनसिंह सोलंकी के नाम पर मोहर लगाई। जिस पर दो अन्य उम्मीद्वार विजय चौहान एवं पं. महेन्द्रकुमार तिवारी ने भी समर्थन जताया। वही कांग्रेस से उपाध्यक्ष के लिए अधिकृत उम्मीद्वार विनय भाबोर को घोषित किया गया। विनय भाबोर ने कांग्रेस से नामांकन फार्म भी दाखिल किया, लेकिन वापसी के दौरान फार्म वापस ले लिया। ऐसे में एक तरफा लाखनसिंह सोलंकी निर्विरोध निर्वाचित हो गए।
भाजपा जिलाध्यक्ष श्री नायक एवं पूर्व नपा अध्यक्ष धनसिंह बारिया के बीच जमकर हुई तू-तू मैं-मैं
कलेक्टोरेट के बाहर भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक और पूर्व नपा अध्यक्ष धनसिंह बारिया के बीच उस समय तू-तू,, मैं-मैं शुरू हो गई। जब पार्टी की ओर से एन-वक्त पर श्रीमती कविता सिंगार को अपना अधिकृत अध्यक्ष उम्मीद्वार घोषित किया गया। इसके बाद बसंती बारिया ने निर्दलीय फार्म जमा कर दिया और जब उनके पक्ष में मतदान के लिए पूर्व नपा अध्यक्ष धनसिंह बारिया कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत या संपर्क करने लगे, तो इसको लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष नायक ने आपत्ति जताते हुए उनसे बहस करना शुरू कर दिया। भाजपा जिलाध्यक्ष नायक ने पूर्व नपा अध्यक्ष श्री बारिया से कहा कि वह पार्टी के अधिकृत प्रत्याषी के विरोध में नहीं जाएंगे। इस पर पूर्व नपा अध्यक्ष धनसिंह बारिया ने भी उनकी पत्नि को इतना प्रबल एवं मजबूत दावेदार होने के बावजूद भी टिकीट नहंी देने से जिलाध्यक्ष नायक को काफी खरी-खोटी सुनाई। कुछ देर के लिए दोनो में तू-तू, मैं-मै हो गई। बहस से मोनो ऐसा लग रहा था कि कही ना कही श्रीमती बसंती धनसिंह बारिया के नगर पालिका अध्यक्ष का बनना 100 प्रतिषत तय था लेकिन आखरी वकत पर कुछ ऐसा हुआ कि सभी को इस आये फैसले पर होष उडा दिये। वही धनसिंह बारिया व नायक के बीच हुये विवाद में कही ना कही ये बात भी सामने आई कि उक्त मामले मे अभी कुछ भी नही कहुगा बाद मे इस पर बहस की जाएगी। भाजपा के अन्य पदाधिकारियों ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत किया। कांगेस ने तोड़ा सुरक्षा घेरा, वरिष्ठ अधिकारियांे ने दी समझाईष
दूसरे मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता दौलत भावसार मीडिया बतौर जब बेरीकेट्स से अंदर प्रवेष करने लगे, तो वहीं खड़े शहर कांग्रेस अध्यक्ष गौरव सक्सेना ने उन्हंे रोक दिया। जिसको लेकर दौलत भावसार एवं गौरव सक्सेना में धक्का-मुक्की हुई। दौलत भावसार ने बताया कि वह मप्र शासन से अधिमान्य पत्रकार है। जिसका कार्ड दिखाने पर उन्हें पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने अंदर जाने दिया। इस बीच नाराज मप्र युवक कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया, कांग्रेस के जिला कोषाध्यक्ष प्रकाष रांका, शहर कांग्रेस अध्यक्ष गौरव सक्सेना, युवा कांग्रेस नेता आशीष भूरिया, गोपाल शर्मा, जितेन्द्रसिंह राठौर ‘बापू सा’, युथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय भाबोर, दीपू डोडियार आदि सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए अंदर प्रवेष करने लगे, जिस पर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। मामला गरमाता देख कलेक्टोरेट के अंदर चल रहीं निर्वाचन प्रक्रिया के मध्य ही एसडीएम सुनिलकुमार झा, तहसीलदार आषीष राठौर, एसडीओपी बबीता बामनिया, थाना प्रभारी सुरेन्द्रसिंह गाडरिया ने वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को समझाईष देकर इस मामले को शांत किया। राजगढ़ नाका खेमे में घोर नाराजगी
वहीं दूसरी ओर राजगढ़ नाका मित्र मंडल से दो प्रबल दावेदार श्रीमती बसंती बारिया एवं पर्वत मकवाना को भाजपा से अध्यक्ष पद के लिए टिकीट नहंी मिलने से वरिष्ठ भाजपा नेता शैलेष दुबे एवं विजय नायर में भी नाराजगी साफ तौर पर देखने को नजर आई। मिली जानकारी के अनुसार पार्टी के जुलूस में शैलेष दुबे एवं विजय नायर दोनो ही नहीं दिखाई दिए।
सभी ने उत्साहपर्वूक भाजपा जिंदाबाद के नारे भी लगाए। कलेक्टोरेट परिसर में ढोल पर श्रीमती कविता सिंगार के साथ अन्य महिला पार्षदों में श्रीमती कविता हेमेन्द्र नाना राठौर, रेखा शर्मा आदि ने जमकर नृत्य किया। वहीं उपाध्यक्ष लाखनसिंह सोलंकी के साथ वरिष्ठ भाजपा नेता दौलत भावसार, भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक, भाजपा जिला महामंत्री सोमसिंह सोलंकी, पूर्व जिला उपाध्यक्ष अजय पोरवाल, भाजपा मंडल झाबुआ अध्यक्ष अंकुर पाठक, भाजयुमो जिलाध्यक्ष कुलदीपसिंह चौहान आदि ने भी जमकर नृत्य कर जीत की खुषियां मनाई। वहीं वरिष्ठ भाजपा नेता यषवंत भंडारी ने इस दौरान भाजपा के जिला प्रभारी हरिनारायण यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष एलएस नायक एवं जिला महामंत्री सोमसिंह सोलंकी आदि का पुष्पमालाओं से स्वागत कर ऐतिहासिक जीत पर शुभकामनाएं प्रेषित की। भाजपा जिलाध्यक्ष श्री नायक ने पार्षद श्रीमती कविता राठौर को जुलूस में शामिल नहीं होने दिया
इसी बीच जब भाजपा का विजयी जुलूस निकलने लगा, तो समस्त महिला पार्षदों के साथ श्रीमती कविता हेमेन्द्र नाना राठौर द्वारा जुलूस मंें शामिल होने के लिए जाने पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री नायक ने उन्हें जुलूस में शामिल होने की अनुमति नहीं दी। जिसका कारण अध्यक्ष पद के लिए भाजपा से बागी होकर निर्दलीय प्रत्याषी श्रीमती बसंती बारिया का समर्थन या प्रस्तावक बनने से श्रीमती कविता हेमेन्द्र नाना राठौर को जिलाध्यक्ष श्री नायक ने जुलस में शामिल होने की अनुमति नहीं दी। जिसका सम्मान करते हुए वह जुलुस में शामिल नहीं हुए।
खुली जिप्सी में सवार हुए अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के साथ वरिष्ठ भाजपा नेता
बाद कलेक्टोरेट से निकले विजयी जुलूस में सबसे आगे खुले वाहन में नपा अध्यक्ष श्रीमती कविता सिंगार, उपाध्यक्ष लाखनसिंह सोलंकी के साथ वरिष्ठ भाजपा नेताओं में दौलत भावसार, पं. महेन्द्रकुमार तिवारी, भाजपा मंडल झाबुआ अध्यक्ष अंकुर पाठक, मंडल महामंत्री पपीष पानेरी, पार्षद नरेन्द्र राठौरिया आदि सवार हुए। जुलूस के माध्यम से नपा अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष ने शहर की जनता का अभिवादन किया। पीछे खुली जिप्सी में युवा भाजपा नेता शैलेष बिट्टू सिंगार के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष भानू भूरिया ने बैठकर शहर की जनता का अभिवादन किया। यह जुलूस डीजे और ढोल के साथ बड़ी संख्या मंे भाजपाईयों ने इसमें शामिल होकर नांचते-गाते हुए और पार्टी के झंडे के साथ उत्साहपूर्वक शहर के विभिन्न मार्गों से होकर निकला। जगह-जगह नव-निर्वाचित नपा अध्यक्ष श्रीमती कविता शैलेन्द्र सिंगार एवं उपाध्यक्ष लाखनसिंह सोलंकी का पुष्पमालाओं से जोरदार स्वागत भी किया गया। 17 अक्टूबर को पेटलावद में होंगे चुनाव
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती रजनी सिंह ने बताया कि 17 अक्टूबर, सोमवार को पेटलावद में, 18 अक्टूबर, मंगलवार को थांदला एवं 19 अक्टूबर, बुधवार केा रानापुर में नगर परिषद् अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया संपन्न होगी।
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