नगर निगम द्वारा गीले कचरे से सीएनजी बनाई जाएगी. देवगुराडिया ट्रेचिंग ग्राउंड पर इसके लिए बहुत बड़ा प्लांट लगभग तैयार है. इस प्लांट में हर रोज 500 टन से अधिक गीले कचरे से 18 हजार किलो सीएनजी बनाई जाएगी.
मध्य प्रदेश का इंदौर वो शहर है जिसने स्वच्छता के मामले में अपना लोहा पूरा देश में मनवाया है. अब जल्द ही शहर में एशिया का सबसे बड़ा CNG (compressed natural gas) प्लांट शुरू होने वाला है. दरअसल इंदौर नगर निगम प्रदूषण को लेकर सुधार और वेस्ट मटेरियल का इस्तेमाल कर खाद्य और गैस बनाकर उसे बेचकर आमदनी करने की प्लानिंग पर काम कर रहा है. जनवरी में ट्रेचिंग ग्राउंड में वेस्ट मटेरियल से एशिया का सबसे बड़ा सीएनजी प्लांट शुरू होने वाला है. इसके लिए तैयारी पूरी हो गई हैं. इस प्लांट के उद्घाटन को लेकर सांसद शंकर लालवानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है.
नगर निगम द्वारा गीले कचरे से सीएनजी बनाई जाएगी. देवगुराडिया ट्रेचिंग ग्राउंड पर इसके लिए बहुत बड़ा प्लांट लगभग तैयार है. इस प्लांट में हर रोज 500 टन से अधिक गीले कचरे से 18 हजार किलो सीएनजी बनाई जाएगी. जनवरी से इस प्लांट को शुरू किया जाना है. इस प्लांट तक आने वाले आसपास के सभी मार्गों को चौड़ा भी किया जा रहा है. प्लांट शुरू होने के बाद यहां से वाहनों की आवाजाही बढ़ जाएगी. बड़े-बड़े टैंकर भी गैस को ले जाने में लगेंगे.
वाहनों को बेची जाएगी CNG
नगर निगम द्वारा इसे वाहनों के लिए भी बेचा जाएगा. सिटी बसों के लिए 5 रुपए लीटर सस्ती सीएनजी मिलने की बात की गई है. इसमें दोनों के बीच अनुबंध कम्पनी से निगम ने किया है. देवगुराडिया में यह प्लांट लगभग तैयार है. ट्रायल के बाद इसे पूरी क्षमता के साथ शुरू कर दिया जाएगा.
कहां से मिलेगी CNG इसके लिए जगह की गई चिन्हित
नगर निगम टेंडर भी जारी कर रही है इसमें छोटे वाहनों को CNG देने के लिए शहर में कुछ स्थान चिह्नित कर वहां स्टेशन बनाए जाएंगे. यहां अन्य कंपनियों के माध्यम से जनता को भी कुछ रुपए कम में सीएनजी उपलब्ध कराई जाएगी. फिलहाल, प्लांट पर कंपनी बड़े स्तर पर एक प्रेजेटेंशन भी करेगी, जिसे लेकर तैयारी पूरी है.