जम्मू। अमरनाथ यात्रा के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। इस बार बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए 28 जून से यात्रा शुरू और 22 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन यात्रा का समापन होगा। अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन व उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को राजभवन में बोर्ड सदस्यों की बैठक के दौरान यात्रा की तारीख का ऐलान किया। बैठक में यात्रा के शेड्यूल के साथ ही कई जरूरी मुद्दों पर चर्चा हुई। कई राज्यों में कोरोना संक्रमण की वापसी के कारण यात्रा के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया जाएगा। भोले के भक्तों के स्वास्थ्य व सुरक्षा पर खास ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
श्रद्धालुओं को बालटाल रूट से पवित्र गुफा तक भेजा जाएगा
इस बार यात्रा में श्रीनगर से बालटाल तक हेलिकॉप्टर और यात्रा मार्ग के कुछ हिस्से पर बैटरी कार शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक इस बार यात्रा सिर्फ बालटाल रूट से कराई जाएगी। जबकि यात्रा का पारंपरिक रास्ता पहलगाम, चंदनवाड़ी, शेषनाग, पंचतरणी से होकर जाता है। इसके अलावा शिव भक्तों को अधिक सहूलियत देने के लिए नए प्रयासों पर काम किया जा रहा है।
1 अगस्त 2019 से बंद थी यात्रा, कोरोना के कारण बीते साल रद्द हो गई थी यात्रा
वर्ष 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने की प्रक्रिया के चलते यात्रा को निर्धारित समय से पहले 1 अगस्त को ही बंद कर दिया गया था। 2020 में कोरोना के चलते साल अमरनाथ यात्रा को लेकर काफी खींचतान हुई थी। जम्मू के राजभवन में 22 अप्रैल को हां-ना-हां-ना का दौर चला था। पहले राजभवन ने अमरनाथ यात्रा निरस्त करने की जानकारी दी, लेकिन बाद में उस प्रेस रिलीज को कैंसिल कर दिया गया। घंटेभर बाद एक और प्रेस रिलीज में सफाई देते हुए कहा गया कि कोरोना के चलते तय तारीखों में यात्रा करवाना संभव नहीं है। हालांकि तब भी यात्रा होगी या नहीं, इस पर बाद में फैसला करने की बात कही गई थी। हालात को देखते हुए आखिरकार यात्रा रद्द कर दी गई थी। दो साल बाद इस बार पिछले कुछ सालों की तुलना में अधिक यात्रियों के पहुंचने की उम्मीद है।
अमरनाथ यात्रा के लिए 1 अप्रैल से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन
जम्मू कश्मीर प्रशासन की ओर से बताया गया है कि अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 1 अप्रैल से शुरू होगी। देशभर में पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू-कश्मीर बैंक और यस बैंक के 446 चिह्नित शाखाओं के जरिए श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। बैठक के दौरान श्राइन बोर्ड ने पुजारियों के लिए मानदेय को प्रति दिन 1000 रुपए से बढ़ाकर प्रतिदिन 1500 रुपए करने का फैसला किया है। यह अगले तीन सालों तक के लिए है।
कब कितने श्रद्धालू पहुंचे
वर्ष | श्रद्धालु | यात्रा अवधि (दिन में) |
2011 | 6 लाख 36 हजार | 45 (आल टाइम रिकॉर्ड) |
2012 | 6 लाख 20 हजार | 39 |
2013 | 3 लाख 53 हजार | 55 |
2014 | 3 लाख 72 हजार | 44 |
2015 | 3 लाख 52 हजार | 59 |
2016 | 2 लाख 20 हजार | 48 |
2017 | 2 लाख 60 हजार | 40 |
2018 | 2 लाख 85 हजार | 60 |
2019 | 3 लाख 42 हजार | 31 |
2020 | कोविड महामारी के कारण रद्द |