
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल शुक्रवार 7 जनवरी को प्रात: 11 बजे जम्बूरी मैदान भेल भोपाल में 9वें भोपाल विज्ञान मेला का उद्घाटन करेंगे। विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा अध्यक्षता करेंगे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग और मध्यप्रदेश निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष श्री भरत शरण सिंह विशेष अतिथि के रूप में सम्मिलित होंगे। मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी परिषद भोपाल के महानिदेशक ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के इस विज्ञान मेला का आयोजन वर्ष 2012 से हो रहा है। मेला 10 जनवरी तक चलेगा।
इस आयोजन में मध्यप्रदेश शासन एवं केन्द्र शासन के विभिन्न विभाग, राष्ट्रीय स्तर के अनुसंधान, ब्रम्होस, डीआरडीओ एनपीसीआईएल, एनटीपीसी, सीएसआईआर – आईसीएमआर लेब, विभिन्न शैक्षणिक अनुसंधान संस्थान, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग, औद्योगिकी क्षेत्र की विभिन्न कम्पनी सहभागिता करेगी तथा अपनी गतिविधियों एवं तकनीकों का प्रदर्शन करेंगी।
जरूरत के समय सहयोग करना ही कर्त्तव्य पालन
जरूरतमंद की सहायता परम-धरम : राज्यपाल श्री पटेल
समामेलित विशेष निधि की 21वीं वार्षिक बैठक सम्पन्न
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि जरूरतमंद की समय पर सहायता परम-धरम है। उन्होंने कहा कि कर्त्तव्य की जानकारी अधिकांश को होती है, जरूरी है कि आचरण में कर्त्तव्य का पालन हो। उन्होंने कहा कि मातृ-भूमि की सेवा में मृत्यु और सारे जीवन के संघर्ष को सहर्ष स्वीकार करने वाले शहीदों, वीरों और उनके आश्रितों की सेवा और संरक्षण समाज की जिम्मेदारी है।
राज्यपाल श्री पटेल आज राजभवन में समामेलित विशेष निधि की 21वीं वार्षिक बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में सर्वसम्मति से भूतपूर्व सैनिकों और सैनिक आश्रितों को मिलने वाली आर्थिक सहायता एवं छात्रवृत्ति की विभिन्न योजनाओं की अधिकतम राशि में इस वित्तीय वर्ष से वृद्धि का निर्णय लिया गया। वृद्धि सैनिक कल्याण बोर्ड द्वारा गठित समिति की अनुशंसा के आधार पर की जाएगी।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि शहीदों, वीर सैनिकों और उनके आश्रितों की जरूरतों के समय सहयोग करना सैनिक कल्याण बोर्ड का मूल दायित्व है। बोर्ड द्वारा संचालित योजनाओं से भूतपूर्व सैनिकों और शहीदों के आश्रितों को लाभान्वित करने के प्रयासों पर विशेष ध्यान दिया जाए। योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रकृति द्वारा निर्मित सभी जीव-जंतुओं में केवल मानव ही है जो पिछड़े, वंचितों की मदद कर सकता है। उन्होंने कहा कि कार्य करने के परिणाम कार्य की भावना पर निर्भर करते हैं। संवेदनशीलता के साथ किया गया कार्य ही आत्म-संतोष देता है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि बोर्ड द्वारा निरंतर सैनिक कल्याण कार्यों को और अधिक बेहतर बनाते हुए उनका मॉडल प्रस्तुत करेगा।
अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री विनोद कुमार, अपर मुख्य सचिव गृह डाँ. राजेश राजोरा, सेना के मध्य भारत एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिग लेफ्टिनेंट जनरल श्री एस. मोहन, सचिव वित्त श्री अजीत कुमार, भूतपूर्व सैन्य अधिकारी केंद्रीय सैनिक बोर्ड द्वारा नामित मेजर जनरल सेवा निवृत्त पी.एन. त्रिपाठी, सेवा निवृत्त कैप्टन भारतीय नोसेना सतीश यादव, संचालक सैनिक कल्याण बोर्ड सेवा निवृत्त ब्रिगेडियर अरुण सहगल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने 1 लाख रुपये से अधिक के दानदाताओं क्षेत्रीय प्रबंधक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सागर श्री एस.के. सिन्हा, वीर माता श्रीमती निर्मला शर्मा, श्रीमती रीता मित्रा, प्रोडक्ट मैनेजर टोलवेज प्रायवेट लिमिटेड नरसिंहपुर श्री हरप्रीत सिंह, बद्रिका मोटर्स श्री सुनील सिंह, सेवा निवृत्त कर्नल जनरल मैनेजर जे.पी. थर्मल पॉवर प्लांट बीना सी.एल. फोतेदार, सेवा निवृत्त प्रबंधक भारत ओमान रिफाइनरी बीना मेजर प्रशांत रघुवंशी, अध्यक्ष मध्यप्रदेश भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति को प्रशस्ति-पत्र, स्मृति प्रतीक से सम्मानित किया।