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न हम गुरु हैं और न चमत्कारी, फिर भी भौंकने वाले हजार! धीरेंद्र शास्त्री की कहानी क्या है? | Bageshwar Dham Pithadhiswar Dhirendra Krishna Shastri controversial statement

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न हम गुरु हैं और न चमत्कारी, फिर भी भौंकने वाले हजार! धीरेंद्र शास्त्री की कहानी क्या है?

समिति ने महाराज पर आरोप लगाया कि उनके चमत्कार के दावे कानून का उल्लंघन है. दूसरी तरफ, महाराज ने जवाब देते हुए कहा कि हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार. महाराज ने यह भी कहा कि कई साल से हम कह रहे हैं कि न हम कोई गुरु हैं और न ही कोई चमत्कारी.

बागेश्वरधाम के महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री. (फाइल)

Image Credit source: Twitter(https://twitter.com/jitenvani398/status/1612739764926701569)

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बागेश्वर धाम सरकार इन दिनों सोशल मीडिया में छाए हुए हैं. उनके कथित चमत्कार चर्चा का विषय बने हुए है. महाराज की फैन फॉलोइंग भारत से लेकर विदेशों तक बढ़ी है. हालांकि, लोगों को अब तक विश्वास नहीं हो पा रहा है कि कोई किसी के बारे में निजी बातें भी बिना बताए जान जाए. उनके चमत्कारों को लेकर सोशल मीडिया पर सवालिया बाढ़ सी आ गई है. एक तरफ, नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने महाराज पर आरोप लगाया कि उनके चमत्कार के दावे कानून का उल्लंघन है. दूसरी तरफ, महाराज ने जवाब देते हुए कहा कि हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार. महाराज ने यह भी कहा कि कई साल से हम कह रहे हैं कि न हम कोई गुरु हैं और न ही कोई चमत्कारी.

दरअसल, बीते दिनों नागपुर में दो दिन का धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दिव्य दरबार लगा था. यहांं महाराज की 9 दिन की रामकथा का आयोजन किया गया था. जिसमें हजारों की संख्या में भक्त भी पहुंचे थे. लेकिन रामकथा सिर्फ 7 दिन तक ही चली. उसके बाद छत्तीसगढ़ के रायपुर और टीकमगढ़ की कथा का नंबर आ गया. ऐसे में महाराज ने भक्तों से कहा कि अगर नागपुर में नहीं पहुंच सके तो सभी रायपुर आ जाएं. वहीं, नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने महाराज पर चमत्कार के दावे कर कानून का उल्लंघन का आरोप लगा दिया. समिति का कहना है कि महाराज को चुनौती दी गई थी, यदि वो सही पाए गए तो उन्हें 30 लाख रुपए दिए जाएंगे. लेकिन महाराज चुनौती को ठुकराकर दो दिन पहले ही कथा समाप्त कर भाग गए.

…तो इस चमत्कार से विवादों में घिरे!

मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, बागेश्वर धाम महाराज अपने दरबार में किसी भी अनजान व्यक्ति को आगे बुलाकर एक कागज की पर्ची पर बिना पूछे उसका नाम और परेशानी लिख देते हैं. उनकी इस क्रिया पर कुछ लोगों ने सवाल उठाए हैं. वहीं, कुछ लोग काफी प्रभावित हुए हैं. लोगों को अब तक विश्वास नहीं हो पा रहा है कि कोई किसी के बारे में निजी बातें भी बिना बताए जान जाए. उनके चमत्कारों को लेकर सोशल मीडिया पर सवालिया बाढ़ सी आ गई है.

7 दिन का रायपुर में लगा दरबार

बागेश्वर धाम के पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज इन दिनों छत्तीसगढ़ के रायपुर में हैं. यहां के गुढ़ियारी हनुमान मंदिर मैदान में 17 से 23 जनवरी यानी 7 दिन महाराज की श्रीराम कथा का आयोजन किया जा रहा है. पहले दिन ही हजारों की संख्या में भक्त उनकी कथा सुनने पहुंचे. कार्यक्रम में राज्यपाल अनुसुईया उइके भी पहुंची. बताया जा रहा कि रोजाना दोपहर एक बजे से श्री राम कथा का कार्यक्रम होगा.

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आइए जानते हैं महाराज धीरेंद्र कृष्ण के बारे में ?

सोशल मीडिया पर अपने चमत्कारों से सुर्खियों बटोर रहे 26 साल के कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री छतरपुर जिले के गढ़ा निवासी हैं. कभी यह अपने दादा की तरह गांव में ही भगवान सत्यनारायण की कथा सुनाते थे. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दिनभर में करीब 30 कप चाय पी लेते हैं. खास बात यह है कि शास्त्री चाय कप या गिलास में नहीं, बल्कि अपने पुस्तैनी नारियल पात्र में पीते हैं, जो उनके दादा ने दिया था.