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उज्जैन:मोबाइल की बैटरी फटने से नहीं मरे दयाराम, फॉरेंसिक टीम का दावा; नए एंगल से जांच | ratlam forensic team says ujjain old men death cause is not moblile blast

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उज्जैन:मोबाइल की बैटरी फटने से नहीं मरे दयाराम, फॉरेंसिक टीम का दावा; नए एंगल से जांच

फॉरेंसिक टीम द्वारा बड़नगर पुलिस को दी गई जानकारी से पहले तक पुलिस दयाराम की मौत को सिर्फ मोबाइल ब्लास्ट से होना मान रही थी. अब बड़नगर थाना पुलिस इस मामले को हत्या से जोड़कर भी देख रही है.

मोबाइल की बैटरी फटने से नहीं हुई दयाराम की मौत.

Image Credit source: टीवी9

उज्जैन: मध्य प्रदेश के बड़नगर में खेत में काम कर रहे एक बुजुर्ग की मौत मोबाइल फटने से हो गई थी. धमाका इतना तेज था कि बुजुर्ग के शरीर के चिथड़े उड़ गए थे.लेकिन इस मामले में अब नया मोड़ आ गया है. फॉरेंसिक टीम का कहना है कि बुजुर्ग की मौत मोबाइल फटने की वजह से नहीं हुई.फॉरेंसिक टीम के अधिकारी अतुल मित्तल का कहना है कि कि मोबाइल की बैटरी में कोई विस्फोट हुआ ही नहीं.

जांच के दौरान हमें मोबाइल की बैटरी पूरी तरह सुरक्षित मिली है. यह जरूर है कि मोबाइल से कुछ तरल पदार्थ बाहर निकला था, जिसे जांच के लिए भिजवाया गया है.फॉरेंसिक टीम द्वारा बड़नगर पुलिस को दी गई जानकारी से पहले तक पुलिस दयाराम की मौत को सिर्फ मोबाइल ब्लास्ट से होना मान रही थी. क्यों कि मौत के बाद बुजुर्ग के शरीर के चथड़े उड़ गए थे.

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फॉरेंसिक टीम के खुलासे के बाद अब बड़नगर थाना पुलिस इस मामले को हत्या से भी जोड़कर भी देख रही है. पुलिस का मानना है कि मृतक दयाराम ने बारोने क्षेत्र के कई लोगों को ब्याज पर रुपए दे रखे. उसकी अपने बेटों से भी ज्यादा नहीं बनती थी. यही वजह है कि वह घर से दूर अपने खेत में बने कमरे में रहता था. अगर मौत मोबाइल फटने से नहीं हुई तो फिर वजह कुछ और भी हो सकती है. जिसकी जांच की जा रही है.

क्यों फटती है मोबाइल की बैटरी ?

  • सस्तें मोबाइल में कम कैपेसिटी वाली बैटरियों का इस्तेमाल किया जाता है, इसकी वजह से तो बैटरी फट सकती है.
  • कम कैपेसिटी वाली बैटरियों की तुलना में चार्जर ज्यादा बड़ी कैपेसिटी का होता है, जिसकी वजह से बैटरी ओवरचार्ज होकर फट जाती है.
  • मोबाइल बैटरी के टर्मिनलों को किसी धातु की वस्तु या सेमीकंडक्टर से बाहरी रूप से छोटा कर दिया जाए तो ये फट सकती है.

क्या है मामला?

खबर सामने आई थी कि 28 फरवरी को रुनिजा रोड पर एक खेत में बने कमरे में चार्जिंग के दौरान मोबाइल फट गया था. इस हादसे में 60 साल के शख्स की मौत हो गई. धमाका इतना जोरदार था कि बुजुर्ग के शरीर के चिथड़े उड़ गए थे. मौके पर पहुंची पुलिस हादसे के एंगल से मामले की जांच कर रही थी. लेकिन मौके पर पहुंची फॉरेसिक टीम के खुलासे से ये मामले ही बदल गया है. दरअसल हादसे के बाद फॉरेंसिक टीम भी जांच के लिए मौके पर पहुंची थी.टीम के एक अधिकारी ने बताया कि मोबाइल फटने से बुजुर्ग की मौत नहीं हुई है. जब कि पुलिस तो मौत की वजह मोबाइल फटना मान रही थी. अब जांच का एंगल बदल गया है.

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