पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर भारतीय सेना ने सख्त चेतावनी दी है. सेना ने बेहद सख्त लहजे में साफ किया कि आतंकियों के पास दो ही विकल्प हैं, या तो वो सरेंडर कर दें या फिर गोलियों के लिए तैयार रहें.
भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स के जीओसी लेफ्टिनेंट कर्नल कंवलजीत सिंह ढिल्लन ने आतंकियों को सख्त पैगाम देते हुए कहा, ‘सेना के पास सरेंडर पॉलिसी है और सभी आतंकी सरेंडर कर दें या फिर मौत के लिए तैयार रहें.’ ढिल्लन ने आतंकियों के मां-बाप को सलाह देते हुए कहा कि उनके मां-बाप आतंक की राह पकड़ चुके अपने बच्चों को सरेंडर करने के लिए कहें, क्योंकि जो बंदूक उठाएगा वो मारा जाएगा.
Kanwal Jeet Singh Dhillon, Corps Commander of Chinar Corps, Indian Army: Anyone who has picked up a gun will be killed and eliminated. pic.twitter.com/hFFuzLSnLn
— ANI (@ANI) February 19, 2019
Army: I would like to inform that in less than 100 hours of #Pulwama terrorist attack, we eliminated have JeM leadership in the valley which was being handled by JeM from Pakistan pic.twitter.com/8UxYE2bMKs
— ANI (@ANI) February 19, 2019
लेफ्टिनेंट कर्नल केजेएस ढिल्लन ने जानकारी दी कि सेना ने 100 घंटे से कम समय में पुलवामा आतंकी हमले का बदला ले लिया है. सेना के मुताबिक कश्मीर में जैश का सफाया हो चुका है. पुलवामा में सोमवार को हुई मुठभेड़ में 2 पाकिस्तानी और एक कश्मीरी आतंकी मार गिराए गए हैं. इस साल जैश के 31 आतंकी मार गिराए गए हैं. सेना ने आगे कहा कि जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तानी सेना का ही बच्चा है.
ढिल्लन ने कहा, ‘इस हमले में ISI के हाथ होने की आशंका से इनकार नहीं करते हैं. जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान आर्मी का ही बच्चा है. इस हमले में पाकिस्तानी सेना का 100 फीसदी इनवॉल्वमेंट हैं. इसमें हमें और आपको कोई शक नहीं है.’
गौरतलब है कि 14 फरवरी यानी गुरुवार को पुलवामा में ही सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे और कई अन्य घायल हुए थे. इस घटना के बाद सेना और सुरक्षाबल एक्शन में हैं. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. पाकिस्तानी संगठन की तरफ से हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करने की कोशिशें तेज कर दी हैं.