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अब अपनी ही पार्टी के भीतर भी घिरे सिद्धू, पार्टी से बर्खास्त कर देशद्रोह का केस चलाने की उठी मांग

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जालंधर। हमेशा विवादों में रहने वाले पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पुलवामा आतंकी हमले पर पाकिस्तान का बचाव कर चौतरफा घिर गए हैं। अपनी ही पार्टी में उन्हें बर्खास्त करने की मांग उठने लगी है। रविवार को होने वाली कैबिनेट की मीटिंग में भी सिद्धू की खिंचाई हो सकती है। लुधियाना से पार्टी महासचिव पवन दीवान ने सिद्धू को बर्खास्त कर उन पर देशद्रोह का केस दर्ज करने की मांग की है। वहीं, लुधियाना में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सिद्धू के पोस्टर पर कालिख पोत दी और जूते भी मारे।

 

उधर, अमृतसर में आम आदमी पार्टी के युवा विग और आम लोगों ने अटारी में सिद्धू के खिलाफ जम कर नारेबाजी की। आप कार्यकर्ताओं ने कहा, ‘इमरान जिसका यार है, वो देश का गद्दार है।’ उन्होंने सिद्धू को मंत्री पद से हटाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने सिद्धू के पोस्टर व पुतले फूंकने के साथ पाकिस्तान का झंडा भी जलाया। पटियाला में भी लोगों ने सिद्धू का पुतला जलाया। वहीं, मोगा में शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिह बादल ने कहा कि सिद्धू पाकिस्तान से दोस्ती निभाने में लगे हैं। वह भारत के लोगों की बात करें न कि पाकिस्तान की।

 

काले झंडे दिखाए

लुधियाना के पार्क प्लाजा में विकास कार्यों के उद्घाटन के लिए पहुंचे सिद्धू को भाजपा कार्यकर्ताओं ने रोकने की कोशिश की और काले झंडे भी दिखाए।

 

गुलाम नबी आजाद व जाखड़ ने झाड़ा पल्ला

पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी सिद्धू के बयानों से पल्ला झाड़ लिया है। गुलाम नबी ने कहा कि यह उनका निजी विचार है। कांग्रेस पार्टी का इससे कोई लेना देना नहीं है। जाखड़ का भी कहना है कि शांति के लिए बातचीत और आतंक एक साथ नहीं चल सकते। यह बात पाकिस्तान को भी समझनी होगी।

 

सिद्धू ने देश को धोखा दिया

पार्टी महासचिव पवन दीवान ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से सिद्धू को बर्खास्त कर उन पर देशद्रोह का केस दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सिद्धू ने देश को धोखा दिया है। ऐसे गद्दारों के लिए कांग्रेस पार्टी में कोई जगह नहीं है।

 

सिद्धू का बोरिया बिस्तर बांध कर उन्हें भाजपा में वापस भेज देना चाहिए। दीवान का बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह मनीष तिवारी के करीबी माने जाते हैं। चंडीगढ़ से मनीष तिवारी और सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर भी टिकट की दावेदार हैं।

 

सिद्धू बयान पर अड़े

नवजोत सिंह सिद्धू शनिवार को भी अपने बयान पर अड़े रहे। उन्होंने लुधियाना में कहा कि सिर्फ चार आतंकियों के हमले के कारण दो देशों में बढ़ रहे विकास और दोस्ती पर असर नहीं पड़ना चाहिए। आतंकी हमले करने वालों का मकसद दोनों देशों के बीच दरार डालना है। ऐसे हमलों से करतारपुर कॉरिडोर का काम नहीं रुकना चाहिए। सिद्धू ने यह भी कहा कि वह देश भक्त हैं। उन्होंने पाकिस्तान को क्लीन चिट नहीं दी है।